डगशाई जेल की दीवारों में आज भी जिंदा है आयरलैंड के इतिहास का एक पन्ना
मनमोहन सिंह आज मुझे डगशाई की ऐतिहासिक जेल देखने का मौका मिला। वहां जाते ही मुझे बिस्मिल अज़ीमाबादी के उस गीत की ये लाइनें मेरे होठों पर आ गईं: “सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैदेखना है ज़ोर कितना बाजू -ए- कातिल में है” यह बात सही है कि बिस्मिल का यह गीत इंकलाबी […]
Continue Reading



