हमारे बारे में

सिरमौर का अर्थ “सिर का ताज” या “शिरोमणि” होता है, जिसका अर्थ है प्रमुख या सबसे श्रेष्ठ। इसी नाम से साप्ताहिक समाचार पत्र शुरू करने का निर्णय लिया गया। साप्ताहिक समाचार पत्र शुरू करने के लिए स्व. प्रो. संतोष कुमार जी ने कई बुद्धिजीवी शिक्षकों से भी सलाह ली और सभी ने “सिरमौर न्यूज़” नाम पर समहति जताई। वर्ष 2009 में “सिरमौर न्यूज़” को शुरू करने का निर्णय लिया गया। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय – भारत के समाचार पत्र पंजीयक (आरएनआई) में “सिरमौर न्यूज़” नाम पंजीकृत करवाने के बाद बुधवार 10 जून 2009 को पहला अंक प्रकाशित किया गया। जिसके स्वामी , मुद्रक ,प्रकाशक व संपादक प्रो. संतोष कुमार जी थे । इस साप्ताहिक समाचार पत्र को चलाने के लिए प्रो. संतोष कुमार जी ने मीडिया के अनुभवी पत्रकारों को चुना जिनमे वरिष्ठता के अनुसार वरिष्ठ पत्रकार जगत तोमर , पत्रकार कुलदीप गतवाल , पत्रकार दिनेश पुंडीर और पत्रकार राजेश कुमार को जिम्मा सौंपा गया। सम्पादकीय के लिए डॉ. एन. आर गोपाल (प्राध्यापक) डिग्री कॉलेज पांवटा साहिब का सहयोग लिया गया। समाचार पत्र को आर्थिक रूप से सहयोग करने के लिए तत्कालीन त्रिवेणी स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस ने सहमति दी । अखबार में ख़बरों से लेकर , पृष्ठ सज्जा , प्रिंटिंग और डिस्ट्रीब्यूशन का पूरा जिम्मा दिनेश पुंडीर और राजेश कुमार द्वारा बखूबी निभाया गया। समय के साथ सिरमौर न्यूज़ के साथ अन्य लोग भी जुड़ते गए जिन्होंने सिरमौर न्यूज़ को लेखन सामग्री से लेकर आर्थिक सहयोग में मदद की।
सिरमौर न्यूज़ के संस्थापक -संपादक स्वर्गीय प्रो. संतोष कुमार में जन समस्याओं को प्रशासन व् प्रदेश सरकार तक पहुँचाने के लिए सिरमौर न्यूज़ को एक माध्यम बनाया जिसमे सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत पुख्ता जानकारियां जुटा कर असरदायक ख़बरें प्रकाशित होती रही, समाचार पत्र के संपादकीय पन्ने पर नवीनतम लेख छपते रहे। समय के साथ साथ सिरमौर न्यूज़ की टीम ने भी बदलाव होता रहा लेकिन सिरमौर न्यूज़ निरंतर चलता रहा। 17 अगस्त 2013 को प्रो. संतोष कुमार जी का निधन हो गया। लेकिन दुनिया को अलविदा कहने से पहले 2 मार्च 2013 को उन्होंने “सिरमौर न्यूज़” के सभी अधिकार (Legal Rights) सिरमौर न्यूज़ के वर्तमान मुख्य संपादक राजेश कुमार को सौंप दिए थे।
धन के आभाव में “सिरमौर न्यूज़” के साप्ताहिक पत्र को छापना अपने आप में बड़ी चुनौती थी लेकिन युवाओं की टीम ने इस चुनौती का भी सामना किया और सिरमौर न्यूज़ को सिंगल कलर से मल्टीकलर तक पहुंचा दिया। सिरमौर न्यूज़ के विशेषांक भी छपते रहे। सिरमौर न्यूज़ को मल्टीकलर तक पहुँचाने में तत्कालीन सह संपादक अभिजीत शाही की जिद और मेहनत ने सिरमौर न्यूज़ को अन्य साप्ताहिक समाचार पत्रों से बेहतर बनाने का जिम्मा बखूबी निभाया।


वर्ष 2015 में सिरमौर न्यूज़ की वेबसाइट शुरू की गयी जिसके लिए सिरमौर न्यूज़ के वर्तमान सह संपादक इंजीनियर विशाल पठानीया का महत्वपूर्ण योगदान रहा, विशाल पठानीया की युवा सोच के “सिरमौर न्यूज़” सोशल मीडिया के दौरा में नयी दिशा दी। आज के समय में सिरमौर न्यूज़ सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। “सिरमौर न्यूज़” के साथ अब तक कई दर्जन की संख्या में मीडिया प्रोफेशनल काम कर चुके है और मीडिया क्षेत्र में अनुभव लेने के लिए भी “सिरमौर न्यूज़” को चुनते है। ख़बरों के अतिरिक्त भी सिरमौर न्यूज़ ने वीडियो सेक्शन में कई कार्यक्रम शुरू किये। सिरमौर न्यूज़ के संस्थापक -संपादक स्वर्गीय प्रो. संतोष कुमार द्वारा शुरू किये गए इस संसथान को युवा टीम अपनी मेहनत से एक पौधे की तरह सींच रही है जो आने वाले समय में एक बड़े वृक्ष की तरह अपने नाम को चरितार्थ करेगा – जिसका नाम ही “सिरमौर न्यूज़” है।